TOURIST SPOT IN KERALA / केरला पर्यटन स्थल
1) Malabar Coast / मालाबार तट
मालाबार तट उत्तर में गोवा से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक विस्तारित समुद्र की तट रेखा है। यह दक्षिण भारत के पश्चिमी समुद्र तट के लिए लंबे समय से प्रचलित नाम है, जिसकी पूर्वी सीमा पश्चिमी घाट की क्षेणियाँ हैं। इस नाम के दायरे में कभी-कभी प्रायद्वीपीय भारत के समूचे पश्चिमी तट को भी शामिल किया जाता है।
HISTORY / इतिहास
मालाबार तट का एक विशाल हिस्सा प्राचीन केरल के चेर वंश राज्य के अधीन था। पुर्तग़ालियों ने वहाँ कई व्यापारिक चौकियाँ स्थापित की थीं और 17वीं शताब्दी में डच तथा 18वीं शताब्दी में फ़्राँसीसियों ने भी उनका अनुसरण किया। 18वीं शताब्दी में इस क्षेत्र पर अंग्रेज़ों का क़ब्ज़ा हो गया।
GEOGRAPHICAL STRUCTURE / भौगोलिक संरचना
मालाबार तट में अब केरल राज्य का अधिकांश हिस्सा और कर्नाटक का तटीय क्षेत्र शामिल है।यह तट रेतीले टीलों की सतत पट्टी से युक्त है।इसके पीछे तट के समानांतर कई समुद्रताल (लैगून) हैं, जो नहरों के द्वारा एक-दूसरे से जुड़कर जलमार्ग का निर्माण करते हैं, जिसका उपयोग छोटी नौकाएं करती हैं। भीतरी क्षेत्र समतल जलोढ़ भूमि का है, जिसे पश्चिमी घाट से बहकर आने वाली धाराओं से काफ़ी मात्रा में पानी मिलता है।
BUSINESS / व्यवसाय
चावल तथा मसाले यहाँ की प्रमुख फ़सलें है। मालाबार तट के तटीय रेतीले टीलों में नारियल के वृक्ष बहुत बड़ी मात्रा में उगते हैं। मछली पकड़ने का कार्य भी यहाँ के महत्त्वपूर्ण व्यवसायों में से एक है। कोच्चि एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह है। दक्षिण तटीय क्षेत्र में ग्रीष्म मानसून मौसम के दौरान यहाँ पर अधिकतम वर्षा होती है।
2) VEERMALA HILLS / वीरमाला पहाड़ियाँ
वीरमाला पहाड़ियाँ केरल के कसरगोड ज़िले की छोटी पहाड़ियाँ हैं, जो चेरूवथूर में स्थित हैं। इस पहाड़ी की चोटी पर 18वीं शताब्दी में बने डच क़िले के अवशेष देखे जा सकते हैं। केरल का यह स्थान एक पिकनिक स्थल के रूप में काफी लोकप्रिय है। वीरमाला पहाड़ियों के आसपास की प्राकृतिक सुंदरता और करियंगोड नदी के अद्भुत नज़ारे यहाँ से देखे जा सकते हैं.
3) VALLEY TOURIST VILLAGE /वेली टूरिस्ट विलेज
वेली टूरिस्ट विलेज तिरुअनंतपुरम वेली टूरिस्ट विलेज केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में स्थित है। तिरुअनंतपुरम का वेली टूरिस्ट विलेज एक आधुनिक पर्यटन आकर्षण कहा जाता है। यहाँ वेली लगून एवं उसके साथ ही विकसित मनमोहक पार्क एक सुंदर पिकनिक स्पॉट है। यहाँ के सुंदर लैंडस्केप पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं। वेली झील में वाटर स्पोर्ट्स एवं बोटिंग का आनंद भी लिया जा सकता है। इसका प्रवेश समय प्रातः 8 से सायं 6 तक है।
4) SHANKUMUKHAM BEACH / शंकुमुखम तट
शंकुमुगम तट या 'शंकुमुखम तट' या 'शंकुमुघम तट' केरल राज्य की राजधानी तिरुअनंतपुरम से लगभग 8 किमी दूरी पर स्थित है। इस तट के पास ही तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा है । शंकुमुगम तट में शाम के समय ही रौनक रहती है। यहाँ से पर्यटकों को सूर्यास्त का मनोहारी दृश्य देखने को मिलता है। इंडोर मनोरंजन क्लब, चाचा नेहरु ट्रैफिक ट्रैनिंग पार्क, मत्सय कन्यक और स्टार फिश के आकार का रेस्टोरेंट यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं। तट के सामने एक छोटे से पार्क में जलपरी की मनभावन मूर्ति है। पत्थर की 35 मीटर लंबी इस मूर्ति में लेटी हुई जलपरी मूर्तिशिल्प का उत्कृष्ट उदाहरण कही जा सकती है। मूर्तिकार ने मत्स्य कन्या के शरीर के उतार-चढ़ावों को इस तरह तराशा है कि वह सजीव लगती है। नाव चलाते सैकड़ों मछुवारे और सूर्यास्त का नज़ारा यहाँ बहुत ही सुंदर दिखाई देता है। मंदिरों में होने वाले उत्सवों के समय इस तट पर भगवान की प्रतिमाओं को पवित्र स्नान कराया.
5) KANNUR FORT / ST ANGELO FORT
कन्नूर क़िला या 'सेन्ट एंजिलो फ़ोर्ट' केरल राज्य के कन्नूर शहर में स्थित है। कन्नूर क़िले के रूप में विख्यात सेन्ट एंजिलो फ़ोर्ट का निर्माण 1505 ई. में प्रथम पुर्तग़ाली वायसराय डॉन फ्रांसिसको डी अल्मेडा द्वारा बनवाया गया था। लेटराइट पत्थरों से इस क़िले का निर्माण करवाया गया था। पुर्तग़ालियों के बाद 1663 में सेन्ट एंजिलो फ़ोर्ट पर डचों का नियंत्रण हो गया और कुछ समय पश्चात् अरक्कल के शाही परिवार को बेच दिया। कालांतर में अंग्रेज़ों ने इस पर अधिकार कर लिया। मालाबार में अंग्रेजों का यह प्रमुख सैन्य ठिकाना था। वर्तमान में यह क़िला भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के अधीन है। यहाँ से मप्पिला बे फिशिंग हार्बर के सुंदर दृश्य देखे जा सकते हैं। सेन्ट एंजिलो क़िला कन्नूर से 3 किलोमीटर की दूरी पर है।
(Part 1)
0 टिप्पणियाँ
If you have any doubts, please let me know