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तनाव (Depression) – 21वीं सदी की सबसे बड़ी मानसिक बीमारी की पूरी जानकारी

 Information About Depression in Hindi

तनाव में बैठा व्यक्ति – मानसिक पीड़ा को दर्शाने वाली तस्वीर

 WHO की रिपोर्ट (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन)

          के अनुसार वर्तमान समय में लगभग 35 करोड़ लोग डिप्रेशन/अवसाद का शिकार हैं। महिलाएं पुरूषों के मुकाबले डिप्रेशन/अवसाद की शिकार ज्यादा होती हैं।डिप्रेशन/अवसाद ग्रस्त व्यक्ति को सामान्य से तीन से चार गुणा ज्यादा सपने आते हैं। डिप्रेशन/अवसाद ग्रस्त व्यक्ति जलदी बूढ़ा होने लगता है। रिसर्च में पाया गया है कि हसी-मज़ाक (ड्रामा) करने वाले लोग और कोमेडियन लोग आम लोगों से ज्यादा डिप्रेशन का शिकार होते हैं। भगवान कृष्ण ने भी गीता में कहा है कि अगर कोई व्यक्ति ज्यादा हस्ता है तो उसका मतलब है कि वह अंदर से अकेला है. Depression कोई आजकल की बिमारी नही है, यह सदियों से चली आ रही है, 

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          पर 21वीं सदी में इसका प्रभाव पहले से 10 गुणा ज्यादा बढ़ गया है। जो लोग इंटरनेट पर ज्यादा फालतु समय (फेसबुक, वाटस्एप) बिताते है वह अक्सर मानसिक परेशानियों में रहते हैं. अमेरिका के महान राष्ट्रपति अब्राहिम लिंकन जीवन में आए दुखों के कारण लंबे समय तक डिप्रेशन में रहे, इस समय में वो चाकू-छूरों से दूर रहते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि वह खुद को इनसे मार ना लें।

  

डिप्रेशन के लक्षणों को समझाती इन्फोग्राफिक छवि

            फ्रांस के लोग सबसे ज्यादा डिप्रेशन ग्रस्त होते है। एक रिसर्च में पाया गया है कि वहां की 20 फीसदी लोग जीवन में कभी ना कभी अवसाद की अवस्था से जरूर गुजरते हैं। पूरी दुनिया में 35 करोड़ लोग अवसाद/डिप्रेशन के शिकार हैं. महिलाओं के अवसाद/डिप्रेशन में जाने के चांस मर्दों के मुकाबले 2 गुणा ज्यादा होते हैं. Antidepressants डिप्रेशन ठीक करने में 46%-54% तक कारगर होते हैं जबकि Placebos 31%-38% तक कारगर होते हैं. अवसाद/डिप्रेशन की वजह से आप 3 से 4 गुना ज़्यादा सपने देखने लगते हैं.


साइकोलॉजिस्ट से सलाह लेता व्यक्ति – चिकित्सा परामर्श का महत्व

              अवसाद/डिप्रेशन आपको जल्दी बूढ़ा बना सकता हैं.अमेरिका में हर 8 में से 1 आदमी डिप्रेशन/अवसाद से पीड़ित हैं. Comedian और मजाकिया लोग ज्यादा डिप्रेशन/अवसाद में रहते हैं. जो लोग इंटरनेट पर ज़्यादा वक़्त बिताते हैं उनके depression/अवसाद में जाने, अकेला महसूस करने और पागल होने के चांसेस ज़्यादा होते हैं. 1945 के मुकाबले आज 10 गुना ज्यादा लोग डिप्रेशन/अवसाद  में रहने लगे हैं. Iceland में सबसे ज्यादा लोग डिप्रेशन/अवसाद में रहते हैं. अब्राहिम लिंकन डिप्रेशन/अवसाद के शिकार थे और अपने साथ चाकू रखने से बचते थे. वो डर रहे थे कही वो खुद को ही ना छोड पोहचा ले. हाथी और चिम्पांज़ी में भी डिप्रेशन/अवसाद और तनाव के लक्षण पाये गए हैं. France में हर 5 में से 1 व्यक्ति डिप्रेशन/अवसाद का शिकार हैं. डिप्रेशन/अवसाद में होने पर आपका दिमाग आप पर चालें चलने लगता हैं. इसे आत्महत्या करने की कोशिश करता हे इंसान. डिप्रेशन से बच कर रहेंडिप्रेशन/अवसाद से बचने के लिए जो दो सबसे उम्दा तरीके बतलाए जाते हैं उनमें से एक जिम में कसरत करना और दूसरा पालतू जानवरों के साथ वक्त बिताना है। आपको अपने दिमाग को तंदरूस्त और मजबूत रखने के लिए कम से कम एक पालतू पशु रखना चाहिए।अवसाद आपको स्वार्थी बनाता हैं दुःखी होने पर किसी और के बारे में सोचना मुश्किल होता हैं विवेक से काम लें और खुश रहने के तरीके अपनाएँ. अवसाद की वजह से आप 65% समय तो चिंता में गुजार देते हैं.

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मेडिटेशन और योग करते लोग – तनाव से राहत पाने का तरीका

            लगातार चिड़चिड़ापन डिप्रेशन/अवसाद का लक्षण हो सकता हैं। अगर आप दुनिया, अपनी ज़िन्दगी और अपने चाहने वालों से परेशान है तो हो सकता है की ये आपके दिमाग का फितूर हो. अवसाद आपके चाहने वालों के लिए भी उतना ही खतरनाक है जितना की आपके लिए. हर साल अमेरिका में 2 करोड़ नए लोग अवसाद/डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं. डिप्रेशन/अवसाद वाला दिमाग चीजों को अलग तरह से देखता हैं. 18 से 33 साल की उम्र तक आदमी सबसे ज्यादा डिप्रेशन/अवसाद में रहता. सिगरेट पीने वाले लोग, सिगरेट न पीने वाले और सिगरेट पीना छोड़ चुके लोगों की तुलना में अधिक डिप्रेशन/अवसाद ग्रस्त होते हैं. देर रात तक कंप्यूटर पर काम आंखों, नसों और दिमाग में तनाव/अवसाद पैदा करता हैं. ठन्डे पानी से नहाने से त्वचा अच्छी रहती है और तनाव/अवसाद दूर होता 

डिप्रेशन से बाहर निकलते व्यक्ति की प्रेरणादायक छवि

            तनाव/अवसाद में रहने वाला व्यक्ति खुद से ही झूठ बोलने की आदत पाल लेता है। आप चीजों से बचने की कोशिश करने लगते हैं या आप परिस्थितियों का सामने करने से कतराने लगते हैं. 80% depression/अवसाद पीड़ितों को इलाज नहीं मिल पाता हैं. Depressed/अवसाद लोगों को सर्दी ज़ुकाम लगने के चांसेस non-depressed लोगों के मुक़ाबले ज़्यादा होते. आधी उम्र होने के बाद testosterone की कमी की वजह से मर्दों के depression/अवसाद में जाने के चांसेस बढ़ जाते हैं. मनोचिकित्सक कहते हैं कि तनाव / अवसाद के चलते आप ज्यादा सोचने लगते हैं और हमारा दिमाग उन समस्याओं को ईजाद कर लेता है जो. पहले तक नहीं थीं. आपको हफ्ते में कम से कम 2 से तीन बार सूर्योदय और सूर्यास्त को देखना चाहिए। आपको इससे तनाव/डिप्रेशन से लड़ने में काफी मदद मिलेगी। यह एक मुफ्त और किफायती इलाज हैं. वीडियो गेम खेलकर भी आप अपने तनाव/डिप्रेशन से काफी हद तक मुक्ति पा सकते हैं। अगर कोई खेल आपको सकून देता है तो यह कतई न सोचें कि आप वक्त जाया कर रहे हैं. Sex करने से तनाव/डिप्रेशन कम होने के साथ-साथ सिर दर्द भी गायब हो जता हैं. रात को अच्छी नींद लेने से तनाव/डिप्रेशन को कुछ हद तक रोका जा सकता हैं. आधा घंटा पौधों की देखभाल करने से मानसिक तनाव/डिप्रेशन,mental stress से उतनी ही मुक्ति मिलती है, जितना कमरे में एक Interesting book का Study करने से मिलती हैं.🙏

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